राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण 2021 में कक्षा 8 में चंडीगढ़ सभी संघ प्रदेशों में पहले स्थान पर

राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण 2021 में कक्षा 8 में चंडीगढ़ सभी संघ प्रदेशों में पहले स्थान पर

राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण 2021 में कक्षा 8 में चंडीगढ़ सभी संघ प्रदेशों में पहले स्थान पर

राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण 2021 में कक्षा 8 में चंडीगढ़ सभी संघ प्रदेशों में पहले स्थान पर

 चंडीगढ़, 26 मई (शर्मा)।   राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण एक राष्ट्रीय प्रतिनिधि सर्वेक्षण है जो स्कूली शिक्षा की प्रभावशीलता पर सिस्टम स्तर का प्रतिबिंब प्रदान करता है। सीबीएसई द्वारा एमओई के सहयोग से कक्षा 3, 5, 8 और 10 के लिए एक ही दिन यानी 12 नवंबर, 2021 को पूरे देश में राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण आयोजित किया गया था। सर्वेक्षण का मु य उद्देश्य कक्षा 3, 5, 8 और 10 के छात्रों की सीखने की उपलब्धि के बारे में जानकारी प्राप्त करना था।

शिक्षा मंत्रालय द्वारा 25 मई को सभी राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों के लिए जिला रिपोर्ट कार्ड जारी किया गया है। चंडीगढ़ में 106 सरकारी, सरकार से सहायता प्राप्त स्कूल व प्राइवेट स्कूलों 5726 छात्र उपस्थित हुए। यह सर्वेक्षण एमओई के सहयोग से एनसीईआरटी /सीबीएसई द्वारा विकसित सीखने के परिणामों पर आधारित था।

सभी संघ शासित प्रदेशों के अंकों के तुलनात्मक विश्लेषण से पता चलता है कि चंडीगढ़ ने सभी विषयों में शीर्ष रैंकिंग हासिल की है (कक्षा 3 और 5 में ईवीएस को छोड़कर चंडीगढ़ को दूसरा स्थान मिला है)। स्केल किए गए स्कोर के अनुसार 500 में से चंडीगढ़ ने कक्षा 3 में भाषा में 335 के स्कोर के साथ पहला और गणित में 311, ईवीएस में 313 के स्कोर के साथ दूसरा स्थान प्राप्त किया। 5वीं कक्षा में चंडीगढ़ ने भाषा में 326 अंकों के साथ पहला और गणित में 295 और ईवीएस में 293 के स्कोर के साथ दूसरा स्थान हासिल किया।

8वीं और 10वीं कक्षा के लिए पिछले एनएएस की तुलना में चंडीगढ़ के प्रदर्शन में सुधार हुआ है। चंडीगढ़ को सभी विषयों में कक्षा 8 में सभी संघ शासित प्रदेशों में पहला स्थान मिला है यानी भाषा में 334, गणित में 285, विज्ञान में 285, सामाजिक विज्ञान में 287। इसी तरह, 10वीं कक्षा में, चंडीगढ़ ने आधुनिक भारतीय भाषा में 290, गणित में 261, विज्ञान में 260, सामाजिक विज्ञान में 287 और अंग्रेजी में 345 अंक हासिल किए हैं। यू.टी., चंडीगढ़ का औसत स्कोर सभी वर्गों और विषयों में राष्ट्रीय औसत से अधिक है।

इस उपलब्धि का श्रेय स्कूली शिक्षा विभाग के सभी अधिकारियों के अथक प्रयासों को जाता है। महामारी के दौरान भी शिक्षकों ने प्रशिक्षण सत्र, ऑनलाइन शिक्षण, कार्यशालाएं, सामग्री का वितरण, मॉक टेस्ट के माध्यम से सीखने के परिणामों का आकलन करके शिक्षण, शिक्षण की गुणवत्ता में सुधार के लिए अथक प्रयास किया।